EQ (इमोशनल इंटेलिजेंस)


EQ  (इमोशनल इंटेलिजेंस)

अपनी इमोशनल इंटेलीजेंस के बारे में जानिए  


दोस्तों अक्सर लोग बोलते है कि उनको बात बात पर गुस्सा  आ जाता है, या  गुस्से में आकर  वे  अपना आपा  खो देते है , लोगो से झगड़ा कर लेते है या मारपीट तक कर बैठते है। कुछ लोग बहुत डर या घबराहट महसूस करते है। 
कुछ लोग उदास रहते है तो कुछ लोग चिंतित रहते है। 
 दोस्तों इमोशनल होना गलत नहीं  है,  लेकिन हमें अपने इमोशंस की सही जानकारी होना व उनपर कंट्रोल करना आना चाहिए।

 इंसान पूरे प्राणी जगत में सबसे बुद्धिमान जीव है।  उसमे किसी भी विषय एवं परिस्थिति में विवेकपूर्ण सोचने व समझने की योग्यता है। बुद्धिमत्ता को हम  IQ से प्रदर्शित करते है।  

ठीक उसी प्रकार मनुष्य में विभिन्न प्रकार के भाव/संवेग  (emotions ) होते  है। भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence ) को EQ से प्रदर्शित किया जाता है

आधुनिक रिसर्च के अनुसार व्यक्ति के जीवन में सफलता का 20 % भाग उसके IQ द्वारा निर्धारित होता है वहीँ जीवन में 80 % सफलता व्यक्ति के EQ पर निर्भर करती है। IQ व्यक्ति को पढाई में सफलता दिलाती है लेकिन शेष जीवन में व्यक्ति की सफलता उसकी भावनात्मक बुद्धिमत्ता अर्थात EQ पर निर्भर करती है। भावनात्मक बुद्धिमत्ता यानि Emotional इंटेलिजेंस वह क्षमता ह जिससे वह स्वयं के इमोशंस को समझ पाता  है , उन्हें नियंत्रित कर पता है , और परिस्थिति के अनुसार सही मात्रा में संवेगो  को  प्रदर्शित कर पाता है। मनुष्य अपनी इस योग्यता की सहायता से दूसरों के इमोशंस एवं उनकी मानसिक स्थिति को समझ कर उनके अनुरूप संयमित आचरण कर पाता है।  इस प्रकार वयक्ति कठिन परिस्थितियों में विवेकपूर्ण व्यवहार के द्वारा  चुनौतीपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त कर लेता है। 

डेनियल गोलमैन के अनुसार EQ (सांवेगिक बुद्धिमत्ता) के 5  तत्व है:

1. Being Self -aware : अपने स्वयं के इमोशंस की सही समझ। 

2.  Managing Emotions:अपने इमोशंस का सही प्रदर्शन  करना। 

3. Self -Motivation: वयक्ति का स्वयं को प्रेरित करना तथा किसी भी कार्य में स्वतः स्फूर्त रहकर पूरा प्रयास करना। 

4. Recognition of others Emotions: दूसरो के संवेगों को पहचानना और उनके अनुसार  प्रतिक्रिया देना। 

5. Handling Relationships: समाज में लोगो के साथ प्रभावी सहसम्बन्ध स्थापित करना व सामंजस्य बनाये रखना। 

High EQ वाले वयक्तियों के गुण 

1. परिस्थिति के अनुसार इमोशंस का प्रदर्शन। 

2. Team work में निपुण होते है, सबसे विचार विमर्श कर, सबको साथ ले कर चलते है। 

3. परस्पर सामंजस्य बनाकर संबंधों को अच्छा बांये रखना। 

4. दूसरों के प्रति सहानुभूति, व सहयोग की भावना रखते है। 

5 . क्रोध व आवेश में नहीं आते। अपनी feelings पर नियंत्रण रखते है।  

6. कठिन परिस्थितियों में भी सयंमित रहते है , आवेश में नहीं आते। 

7. कार्यस्थल पर सभी के साथ उचित वयवहार करते है। 

8. अपने लक्ष्य को आशावादी दृष्टिकोण से प्रयास कर प्राप्त करते है। 

9. अच्छे communication skills होते है, वयवहार एवँ बातचीत में अच्छे होते है। 

10. मानसिक तनाव को आसानी से सह पाते है। 

11. समस्या से जूझने की क्षमता अधिक होती है। 

12. हार नहीं मानते। समस्या के अनेक पक्षों को देख कर समाधान करते है।

13. आशावादी दृष्टिकोण से समस्या का हल करते है। 

14. self -motivated होते है। 

15. दूसरो की feelings को समझते है। 


 




Comments

  1. But it's note difficult to control emotions when it's don't understand what is right or what's wrong

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  2. Try Learn to understand and control emotions. Think befor you act. most people first act and then think and regret upon faulty acts.

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