खुश कैसे रहें-Secretes of Happiness
खुश कैसे रहें-Secretes of
Happiness
ख़ुशी क्या है ? चलिए खुद से पूछते है -
क्या आप खुश हैं ???
आप आखिरी बार कब खुश हुए थे ?
क्या ख़ुशी किसी काम को करने से मिलती है ?
या ख़ुशी किसी चीज को पाने में है ?
या आपकी ख़ुशी का कारण कोई व्यक्ति है जिसके साथ होने से आप खुश होते हैं ??
दोस्तों, अलग अलग लोगों के लिए खुश होने के कारण अलग अलग हो सकते है। कभी किसी खास जरूरत के पूरे हो जाने की ख़ुशी, कभी कुछ मनचाहा मिलने की ख़ुशी। लेकिन ऐसी खुशियाँ क्षणिक होती है।
वास्तव में, "खुश होना" या "खुश रहना" ये दो अलग अलग चीजें है। कुछ पा लेने के बाद जो ख़ुशी मिलती है अक्सर वह क्षणिक होती है, क्योकि उसके तुरंत बाद हमें उसके आगे और अधिक पाने की लालसा होने लगती है। इसीलिए अधिकांश लोग जिंदगी भर ख़ुशी के पीछे भागते रहते है लेकिन वे जीवन में सच में खुश नहीं होते हैं।
दोस्तों, असल में ख़ुशी कुछ पाने में नहीं है, अपितु जो है, जितना है, जैसा है, उसके होने में है। कोई थोड़े में भी खुश है क्योकि उसे संतोष है। तो कोई अधिक से अधिक पा कर भी उससे संतुष्ट नहीं होता और नाखुश रहता है।
कई लोग ख़ुशी को पैसों से जोड़ कर देखते हैं। हाँ, यह सही है कि पैसा हमारी जरूरतें पूरी करने के लिए जरूरी है और पैसों से हम हमारी जिंदगी को आरामदायक बना सकते है। लेकिन पैसे से हम ख़ुशी नहीं खरीद सकते। उदाहरण के लिए जैसे कि पैसों से हम खाना खरीद सकते हैं, लेकिन भूख़ नहीं। आरामदायक बिस्तर पैसों से खरीदा जा सकता है पर नींद नहीं। दवाई पैसे से खरीदी जाती है पर स्वास्थ्य नहीं। आपने देखा होगा कि कई अमीर लोग बेहद दुखी होते हैं, दूसरी ओर, गरीब लोग भी बेहद ख़ुश हो सकते हैं।
तो फिर ख़ुशी क्या? ख़ुशी कहाँ है?
दोस्तों ख़ुशी हमारे अंदर है, ख़ुशी हमारे पास है, ख़ुशी हमारे मन में है, ख़ुशी हमारे मस्तिष्क की एक अवस्था (state of mind) है।
ख़ुश होने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा-
3. अपने अंदर संतोष की भावना रखिये।
4. मुस्कुराते रहिये। अपने चेहरे पर स्माइल होने से आपको भी और आपकी ओर देखने वालों को भी अच्छा लगेगा।
5. आशावादी रहिये। हमेशां सकारात्मक (positive) बातें सोचिये।
6. दूसरों से अपनी तुलना मत कीजिये।
7. अपने आप को खुश रखने की जिम्मेदारी आपकी है। कोई और आपको खुश नहीं कर सकता इसलिए औरों को जिम्मेदार न ठहराएं।
8. दूसरों की सहायता कीजिये। दूसरों को खुश करके आपको भी ख़ुशी मिलेगी। अपने सामर्थ्य के अनुसार जो भी आप औरों को दे सकते है, देते रहिये। जितना आप बांटेगे उतना ही आपको अच्छा लगेगा। लोग आपको उसके लिए धन्यवाद दें या न दें, आपको अपने अंदर से ख़ुशी मिलेगी।
9. हमेशां व्यस्त रहिये और जो काम आपको ख़ुशी देते हैं ऐसे कोई काम करिये।
10. अपने मन में ईर्ष्या, या बदला लेने की भावना मत रखिये। अपना मन साफ रखिये।
11. कुछ भी नया करने की सोचिये। रचनात्मकता (creativity) आपको बोर होने से बचाएगी।
12. लोगों की बुराई न करें। ऐसा करने से हमारा अपना ही मन ख़राब होता है।
13. क्रोध ख़ुशी का सबसे बड़ा शत्रु है। अपने क्रोध को काबू में रखें। क्रोधी व्यक्ति कभी भी खुश नहीं हो सकता।
14. अपने आप को कमजोर या नाकाबिल न माने।
15. अपनी छोटी बड़ी हर सफलता को सेलिब्रेट करें। अपने आप को प्रोत्साहन दे, बधाई दें।
16. प्रतिदिन कुछ देर अच्छे सौम्य संगीत या भजन का आनंद लें।
17. अपने पिछले जीवन की नकारात्मक बातें, असफलता, तकलीफें आदि याद करके खुद को दुखी न करें।
18. जो आज है, वर्तमान है, वही आपका है। जीवन के हर क्षण को भरपूर जिये।
19. थोड़ी देर मौन रहें। मानसिक शांति से आपको अपने अंदर ख़ुशी महसूस होगी।
20. अपनी क्षमताओं को पहचनिये और उसी को ध्यान में रखकर भविष्य के लक्ष्य बनाइये। क्षमताओं से अधिक बड़े लक्ष्य व्यक्ति हासिल नहीं कर पाता है तो वह निराशा व अवसाद (डिप्रेशन) में आ जाता है और खुद को हीन समझने लगता है।
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ReplyDeleteVery good
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